बिजली चोरी की रोकथाम पर प्रभावी अंकुश जरूरी
भोपाल: : ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत शिकायतों (एफओसी) की मॉनीटरिंग महाप्रबंधक स्तर से की जाए। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग के कतिपय जिलों में फीडर सेपेरेशन, आरजीजीवाय, दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना और सौभाग्य योजना के गुणवत्ताहीन कार्यों की जांच उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा की जायेगी। यह बात मंत्री सिंह ने ग्वालियर में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मैदानी अधिकारियों की बैठक में कही। इस अवसर पर सहकारिता एवं सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर तथा वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक विशेष गढ़पाले उपस्थित थे।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली चोरी की रोकथाम, विद्युत सुरक्षा को लेकर पोस्टर, बैनर तथा अन्य जन माध्यमों के जरिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जिला योजना समिति की बैठक में आवश्यक रूप से उपस्थित हों। वितरण केन्द्र एवं निम्न दाब लाईनों की मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाए। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दो महीने में ऐसी कार्ययोजना पर काम किया जाए, जिससे बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगे।
उपभोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण करना हमारी प्राथमिकता ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा है कि आम विद्युत उपभोक्ता को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो, यह हमारी पहली प्राथमिकता है। आम उपभोक्ता को नियमित विद्युत प्रदाय करना हमारी जवाबदारी है। विद्युत संबंधी कोई भी शिकायत हो, तो आम उपभोक्ता टेलीफोन नम्बर 1912 पर शिकायत दर्ज कराएं। उनकी शिकायतों का तत्परता के साथ निराकरण किया जायेगा। ऊर्जा मंत्री सिंह ने कहा कि आम उपभोक्ताओं की शिकायतों को दूर करने के लिये विद्युत समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्युत समस्या के संबंध में आम उपभोक्ता शिकायत का निराकरण प्राथमिकता से करें।