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धर्मस्व मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित अध्यात्म विभाग के पहले कार्य का भूमि-पूजन रामराजा सरकार की नगरी ओरछा से किया जा रहा है, ताकि इस नगरी से प्रदेश में मंदिर संस्कृति संरक्षित रहे, मंदिरों की संपत्तियाँ सुरक्षित रहें, उनका सही प्रबंधन हो तथा देव स्थान के हित में सदुपयोग हो सके। श्री शर्मा ने बताया कि सभी देव स्थानों के विकास के लिये सरकार तेजी से कार्य करेगी। पुजारियों की नियुक्ति प्रक्रिया निर्धारित की जा रही है। उनके मानदेय में तीन गुना की वृद्धि की जा रही है। देव स्थानों के भवन, दुकान आदि संपत्तियों को किराये पर देने के नियम भी बनाये जा रहे हैं। देव स्थानों की ऐसी संपत्तियाँ जो कि नगरीय क्षेत्र में आ गई है, उनके विकास की योजना भी बनाई जा रही है।
पुजारी कल्याण कोष का गठन
मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा पुजारी कल्याण कोष का गठन किया जा रहा है। पुजारियों के बच्चों के शिक्षण और स्वास्थ्य पर भी सरकार ध्यान देगी। पुजारियों के लिये बीमा व्यवस्था लागू की जायेगी। पुजारियों के जो बच्चे संस्कृत में अध्ययन करना चाहते हैं, उन्हें आचार्य स्तर तक की शिक्षा दिलाई जायेगी।
केशवकुँज मंगल परिसर और राय प्रवीण विविध कला केन्द्र विकसित होंगे
श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश तीर्थ मेला प्राधिकरण एवं रामराजा मंदिर की संयुक्त निधि से अगले चरण में ओरछा में केशवकुँज मंगल परिसर एवं राय प्रवीण विविध कला केन्द्र बनाये जायेंगे। केशवकुँज मंगल परिसर ओरछा में महाकवि केशव की स्मृति को चिर स्थायी तो बनायेगा ही, साथ ही यह परिसर ओरछा में कथा भागवत विवाह इत्यादि मांगलिक कार्यों के आयोजन के लिये भी आदर्श स्थल होगा। गायन और नृत्य से रामराजा मंदिर को भक्तिभाव से सराबोर करने वाले राय प्रवीण को समर्पित राय प्रवीण विविध कला केन्द्र कला साधकों के लिये स्मारक बनेगा। यह ओरछा में भजन, कीर्तन, नृत्य आदि कलाओं के लिये प्रोत्साहन का कार्य भी करेगा। उन्होंने जीरन और अछरू माता में 20-20 लाख रूपये की धर्मशालाओं का अगले चरण में निर्माण किये जाने की बात भी कही।